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प्यारे थे गाँधी- एम. एस. हुसैन ‘कैमूरी’

सत्य अहिंसा के पुजारी थे गाँधी
सादगी में जीवन गुजारे थे गाँधी।
एक सूत्र में बांँध भारतवासी को,
स्वतंत्रता का संग्राम छेड़े थे गाँधी।

गुजरात राज्य के पोरबंदर नामक गाँव
२ अक्टूबर १८६९ को जन्म लिए गाँधी।
सत्य अहिंसा को हथियार बनाकर
अंग्रेजों से आजा़दी दिलाए गाँधी।

यात्रा कर, ७ जुन १८९३ की रात
शहर प्रिटोरिया जा रहे थे गाँधी।
अंग्रेजों द्वारा नस्ली भेद-भाव कर
ट्रेन से बाहर फेंक दिये गये थे गाँधी।

संघर्षों का रोड़ा आता रहा राह में
पर पथ से तनिक न भटके गाँधी।
मिला जो साथ ,भारतवासियों का,
लिखने नई दास्तां निकल पड़े गाँधी।

त्रस्त था बिहार, तीन कठिया प्रणाली से
शुक्ल के आह्वान को स्वीकार किये गाँधी।
परेशानी और बदहाली देख किसानों की
१९१७ में चंपारण सत्याग्रह किये गाँधी।

एम. एस. हुसैन कैमूरी
उत्क्रमित मध्य विद्यालय
छोटका कटरा
मोहनियाँ, कैमूर, बिहार

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