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विद्यालय गाथा-राजेश कुमार

विद्यालय गाथा

इच्छाशक्ति का ज्वलंत एक रूप है।
मध्य विद्यालय नंदनी बेहद अनूप है।।
संपूर्ण भारतवर्ष में इसकी कहानी है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षण की निशानी है।।

श्री सितारी बाबा की रखी गयी नींव है।
मेघन सहनी जी का सपना सजीव है।।
श्री रामप्रवेश ठाकुर जी की धरोहर है।
शिक्षार्थियों के लिए अविरल सरोवर है।।

पड़ोस में मध्य विद्यालय बलथारा है।
जीत हो या संजीत; अटल ध्रुवतारा है।।
स्वच्छता के क्षेत्र में श्रेष्ठतम पुरस्कार है।
मध्याह्न भोजन की स्वादिष्ट डकार है।।

शिक्षा रूपी लौहपथगामिनी पर सवार है।
शिक्षक-शिक्षिकाओं का सुंदर संसार है।।
छात्र-छात्राओं के लिए दैवीय वरदान है।
सिवैसिंहपुर पंचायत हेतु स्वाभिमान है।।

फूलों का उपवन मन को हर लेता है।
वृक्षों का दल संदेश प्यार का देता है।।
अतिथियों के चरणों से गंगा बहती है।
आदर्श विद्यालय की गाथा कहती है।।

राजेश कुमार 

समस्तीपुर 

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