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भारत के अग्निवीर – गीत – राम किशोर पाठक

भारत के अग्निवीर – गीत

शूर वीर हैं धरती के हम, लिखते हौसलों से तकदीर।
हम पीछे हटना क्या जानें, हम हैं भारत के अग्निवीर।।

गद्दारों पर मेरी रहती, पैनी नजरें चील सरीखे।
दुश्मन थर-थर थर्राता है, निकला करती उसकी चीखे।।
नजर पड़े ज्यों हम वीरों पर, रहता जिसके संग शमशीर।
हम पीछे हटना क्या जानें, हम हैं भारत के अग्निवीर।।०१।।

शेरों सा है चाल हमारा, भागे दुश्मन गुर्राहट से।
छूट पसीने अरि के जाते, अपने कदमों के आहट से।।
चलते तेजी से हम वैसे, चलती रहती जैसे समीर।
हम पीछे हटना क्या जानें, हम हैं भारत के अग्निवीर।।०२।।

सीमा पर जब डँट जाते हैं, पीछे लौट नहीं आते हैं।
सरहद की रखवाली करते, दुश्मन को धूल चटाते हैं।।
सदा भारती को रखते हैं, चित में सुंदर स्वच्छ तस्वीर।
हम पीछे हटना क्या जानें, हम हैं भारत के अग्निवीर।।०३।।

दुश्मन करता आघात रहे, या बम गोलों को बरसाए।
लाखों की तादाद लिए भी, सम्मुख जो कोई आ जाए।।
नहीं काल से डरना सीखा, और नहीं हैं होना अधीर।
हम पीछे हटना क्या जानें, हम हैं भारत के अग्निवीर।।०४।।

पौरुष वाली माटी से हम, नित चंदन तिलक लगाते हैं।
सरहद पर जो नजर उठाए, मिट्टी में उसे मिलाते हैं।।
चट्टानों से टकराने को, फौलादी रखते हैं शरीर।
हम पीछे हटना क्या जानें, हम हैं भारत के अग्निवीर।।०५।।

खतरों के हम रहें खिलाड़ी, कफन ओढ़कर ही चलते हैं।
धरी रहे अरि की चालाकी, दुश्मन को हरपल दलते हैं।।
शूल चुभे लाखों हो तन में, तब भी देते शत्रु को चीर।
हम पीछे हटना क्या जानें, हम हैं भारत के अग्निवीर।।०६।।

वीरों की हर मर्यादा को, पल-पल पालन कर हम मानें।
रक्षा करते मातृभूमि की, जीवन अर्पण करना जानें।।
शत्रु समझता लक्ष्मण रेखा, “पाठक” ने खींचा जो लकीर।
हम पीछे हटना क्या जानें, हम हैं भारत के अग्निवीर।।०७।।

गीतकार:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज, उत्तर, टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978

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