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पर्यावरण दिवस – नीतू रानी

आओ राजू आओ राधा
पहन के कपड़ा हरा और सादा,
चलो हमसब मिलकर पेड़ लगाए
क्यूंँ करते हो देरी ज्यादा।

पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ
पेड़ को तुम कभी न कटाओ,
पेड़ से मिलते हैं हमें शुद्ध हवा
और मिलते हैं जड़ी-बूटी दवा।

पेड़ से लकड़ी पेड़ का कुर्सी
पेड़ की बनी हमारी बैलगाड़ी,
पेड़ का जलावन से पका खाना पेड़ पर क्यूँ चलवाते हो कुल्हाड़ी।

एक -एक सब पेड़ लगाओ
मेरे भैया मेरी भाभी,
बिना पेड़ का कैसे बनेगी
स्वादिष्ट कटहल की तरकारी।

पेड़ की छाँव का क्या कहना
पेड़ के झूलों में बैठकर झूलना,
पेड़ पर चढ़कर फलों को तोड़ना
पेड़ पर बैठकर पेड़ पर लगे फल को
बड़े मजे से बैठकर खाना।

लगाओ पेड़ करो न देर
पेड़ लगाकर बन जाओगे शेर,
अगर पेड़ को अनायास काटोगे
तो हो सकती है तुमको जेल।

क्षिति जल पावक गगन समीरा
पँच रचित यह अधम शरीरा,
पर्यावरण को स्वच्छ रखें हम
इसी पर टिकी है जीवन लीला।


नीतू रानी
स्कूल -म०वि०सुरीगाँव
प्रखंड -बायसी
जिला -पूर्णियाँ बिहार।

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