हमारा बिहार-आँचल शरण

हमारा बिहार ए मेरे भारत के भाल-बिहार, तुम्हे शत-शत वंदन, मिले आभार! जन्मभूमि है महापुरुषों की विश्व मानचित्र के कर्णधार।। ए मेरे भारत के भाल…..तुझको …(१) है धरती चाणक्य की,…

विद्यालय प्रवेशोत्सव-आँचल शरण

विद्यालय प्रवेशोत्सव  विद्यालय मना रहा है प्रवेशोत्सव, मानो हो कोई त्योहार, मुन्ने-मुन्नियों की किलकारियों से विद्यालय फिर से हो रहा गुलजार, सभी खुश हैं पाकर एक दूजे का साथ, लौटी…

नारी शक्ति है-आँचल शरण

नारी शक्ति है नारी शक्ति है नारी भक्ति है नारी ही अभिव्यक्ति है। नारी धर्म है नारी कर्म है नारी ही अनंत प्रेम है। नारी लज्जा है नारी मर्यादा है…

रक्षक हमारे विटामिन-आँचल शरण

रक्षक हमारे विटामिन आओ बच्चों जानें कुछ नवीन देती ऊर्जा, करती रक्षा बढाती शक्ति असीम हम सब कहते जिसको विटामिन। जनक इसके “फ्रेडरिक्क हॉप किंंस”, इनकी मेहनत से ही मिली,…

पर्यायवाची कविता-आँचल शरण

पर्यायवाची कविता आओ बच्चों तुम्हें बताएं बातें कुछ तेरे ज्ञान की, झट याद हो जायेगा तुम्हें कुछ नये-नये शब्द, बस जरूरत है थोड़े ध्यान की। राजा को हम कहते है…

चित्र चिंतन-आँचल शरण

चित्र चिंतन ए स्वप्न परी क्या सोच रही है यूँ काली अंधेरी रातों में?  क्या लुप्त हो गया जो ढुूंढ रही हो इस तारों से घिरी नीली अम्बर की अंधियारों…

विनती-आँचल शरण

विनती देना शक्ति हमें इतना विधाता, भूल हो न कभी हमसे जरा सा। हम सब है नादान पर संतान तुम्हारे, तुम हो सृजनहार, पालनहारे। गलत राह पर न चलाना हमें…