दहेज-अशोक कुमार

दहेज बेटा बेटियां बराबर के अधिकारी, उन्हें बनाएं जरुर संस्कारी। शिक्षित बनाएं और उपकारी, दोनों का है बराबर की हिस्सेदारी।। बेटा बेटी वस्तु नहीं कि हम करें खरीददारी, दहेज लेना…

नव वर्ष-प्रकाश प्रभात 

नव वर्ष नव वर्ष हमेशा कहलाएगा, जब तेरा सम्मान बढ़ाएगा। नव वर्ष खुशियाँ लेकर आएगा सारे लोग, खूब धूम मचाएगा। अबकी बार कोरोना कहर जाएगा, जब वर्ष बीस सौ इक्कीस…

नववर्ष-अर्चना कुमारी

नववर्ष नववर्ष की स्वर्णिम मंगल बेला में आओ मिलकर नई शुरुआत करें जीर्ण-शीर्ण जो हुई हृदय-दीवारें कारण जान, उसपर मिल बात करें।  डाल कटु बातें अंतस के हवनकुंड में हर्षित…

यादों के आँगन में-डॉ. अनुपमा श्रीवास्तव

यादों के आँगन में यादों के “आँगन” में कुछ देर बैठकर, बीती कुछ बातों को “पलकों” में समेटकर। याद किया कैसे तुम “साल” बन कर आए थे,  मैंने भी खुशियों…

हम हैं भारत के नौसैनिक-अपराजिता कुमारी

हम हैं भारत के नौसैनिक ⛴️🛳️🛥️🚢🚤🛥️🛳️ 🧭हम हैं भारत के नौसैनिक हम हैं समुद्री सीमाओं के निगेहबान सीने में साहस, रोमांच अनुशासन हम हैं हमेशा कर्तव्यपरायण 👮हम करते अठखेलियां समुद्री…

रिश्ता व मानव जीवन है अनमोल-शालिनी कुमारी

  रिश्ता  कभी सन्नाटे सा ख़ामोश कभी शोर मचाता ढ़ोल सा.. कभी कुसुमों का स्तवक कभी खिलता बसंत सा.. कभी मासूमियत से भरी कभी अनुरंजित हैं दम्भ सा.. कभी देता…