टीओबी हमारे सृजनहार-भवानंद सिंह

टीओबी हमारे सृजनहार  नील गगन में लाखों तारे टीमटिमाते रहते हैं सारे,  फिर भी अंधेरा मिटा न पाते एक अकेला चंदा मामा शीतल प्रकाश चहुँ ओर फैलाते, उसी तरह से…