नव वर्ष हृदय स्वीकार करो-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

नव वर्ष हृदय स्वीकार करो नव वर्ष हृदय स्वीकार करो। पावन नूतन प्यार भरो। राग द्वेष को दूर भगाकर, नित्य नया विश्वास जगाकर, दीनों का उद्धार करो। पावन नूतन प्यार…