फूल-मनु कुमारी

फूल (मनहरण घनाक्षरी) आओ बनें हम फूल, गम सारे जायें भूल प्रेम माल बनूं सदा देख तू संसार के! बनके सुमन हार, देश भक्त राह पडूं, देश भक्ति प्यारी मुझे,…

फूल-मनु कुमारी

फूल हरे भरे बगिया में खिले हैं देखो रंग बिरंगे फूल इनकी सुन्दरता से बच्चे सुध बुध जाये अपनी भूल नित दिन सूरज के किरणों संग मुस्काते यह प्यारे फूल…