स्व कर्तव्य-विजय सिंह नीलकण्ठ 

स्व कर्तव्य जिसने हमें पहचान दिया  उसके प्रति वफादार रहें  दिनोंदिन उन्नति होगी  कटु सत्य को याद रखें। क्या मात पिता को छोड़ जगत में  दूजों को अपनाते हैं  दूजे…