भारत की बिन्दी-विनय विश्वा

मैं हिन्दी हूं जननी जन्मभूमि मातृभाषा हूं खड़ी बोली खड़ी होकर मर्यादित,अविचल‌ आधार हूं मैं भारत की श्रृंगार हूं। इतिहास से लेकर अब तक मैं सिंध से हिन्द, हिन्दी कहलाई…

हिन्दी-जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

हिन्दी हिन्दी भारत की है मातृभाषा, फूले-फले यह है अभिलाषा। जन गण मन की शान हिन्दी, भारत की पहचान है हिन्दी। युगों युगों से जुंवा पर सबकी, बनीं हुई जन…

हिन्दी-ज्योति कुमारी

हिन्दी हर विषय में कमजोर, हिन्दी बस मेरी है, विश्वास जितना स्वयं पर उतना ही हिन्दी पर, नहीं मैं विद्वान नहीं, ह्रस्व और दीर्धीकार गलत हो जाए शायद, साहित्य की…

हिन्दी-मनोज कुमार दुबे

हिन्दी भले हिन्दी में नंबर कम आते हैं। अंग्रेजी बोलने से भी घबराते हैं।। फिर भी अंग्रेजी के लिए जोर लगाते हैं। क्योंकि हम हिन्दी बोलने से शर्माते हैं।। इंग्लिश…