श्री गुरु महिमा-शुकदेव पाठक

श्री गुरु महिमा गुरु आत्मा, गुरु परमात्मा गुरु है ओम्, गुरु ही व्योम गुरु निवारण, गुरु जगतारण गुरु का सम्मान करो, अपना तुम उद्धार करो। गुरु हर्षावत, गुरु दर्शावत गुरु…

कंप्यूटर-शुकदेव पाठक

🖥️🖥️💻💻 ⌨️🖱️🖨️📀 कंप्यूटर एक सपना था अनोखी, निराली हुआ जीवंत हुई अनंत खुशहाली। इसे देखकर मन हुआ उमंग इससे करना था कार्य अनंत।। सन 1822  की है बात पास्कल की…