राष्ट्र भक्त हम, कहलाएँ- वासुदेव छंद गीत
राष्ट्र हेतु हम, मिट जाएँ।
राष्ट्र-भक्त हम, कहलाएँ।।
आओ मिलकर, पले यहाँ।
कदम मिलाकर, चले जहाँ।।
गीत संग हम, यह गाएँ।
राष्ट्र-भक्त हम, कहलाएँ।।०१।।
कोई दुश्मन, बचे नहीं।
चक्र नया अब, रचे नहीं।।
वीर देश हित, बलखाएँ।
राष्ट्र-भक्त हम, कहलाएँ।।०२।।
धन्य वही नर, हो आगे।
शीश लुटाकर, जो जागे।।
अमर बलिदान, बतलाएँ।
राष्ट्र भक्त हम, कहलाएँ।।०३।।
गीतकार:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क – 9835232978
0 Likes

