हृदय की गांठ खोलता ज्ञान -मीरा सिंह “मीरा”

Meera Singh

ज्ञान खुशी का एक पिटारा
ज्ञान बनाए जीवन न्यारा।

करें जहां पर ज्ञान बसेरा
रहता नहीं दुखों का डेरा।

हृदय की गांठ खोलता ज्ञान
खुशियों का लगे रोशनदान।

झिलमिल करती ज्ञान किरणें
कर देती उजियारा मन में।

खिला खिला रहता मन उपवन
खुशियां करती उर में विचरण ।

ज्ञान की जोत जले जहां पर
विपदाएं सब टले वहां पर।

दिखे न कोई गम का मारा
ज्ञान बने जब सबल सहारा।

यह मानव का सच्चा साथी
साथ रहे जस दीपक बाती।

चलती जबतक सांस मनुज की
कायम रहती आस मनुज की।।

ज्ञान हरे हर हृदय का त्राण
करे सभी दुख का समाधान।

माना जीवन दुखों की खान
कष्ट मुक्त करें सबको ज्ञान।।

मीरा सिंह “मीरा”
+२, महारानी उषारानी बालिका उच्च विद्यालय डुमराँव, जिला-बक्सर

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