लक्ष्य-अनुज कुमार वर्मा

लक्ष्य

सफल होना सोच लिया है, 
जीवन अपना समझ लिया है l
अवसर को स्वीकार किया है,
लक्ष्य अपना तय किया है l

संघर्ष करना सीख लिया है,
पदचिन्ह में चलना शुरू किया है l
मुसीबतों से लड़ना सीख लिया है,
लक्ष्य अपना तय किया है l

घड़ी से हरपल बढ़ना सीखा है,
सूर्य से कर्मपथ पर चलना सीखा है l
हवा से बहना सीखा है,
फूलों से महकना सीख लिया है l
लक्ष्य अपना तय किया है l

चाँद से शीतलता सीखा है,
क्रोध को अपने से दूर किया है l
तारे से चमकना सीखा है,
लक्ष्य अपना तय किया है l

लक्ष्य से कम स्वीकार नहीं,
आगे बढ़ना सीख लिया है l
सफलता का घूँट पी लिया है,
लक्ष्य अपना तय किया है l

मंजिल तक पहुँचना सीख लिया है,
काँटे राहों के दूर किया है l
मेहनत कर दर्शाना है,
लक्ष्य पाकर हर्षाणा  है l

अनुज वर्मा
मध्य विद्यालय बेलवा कटिहार
बिहार 

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