जगमग जोत जले। सत्य का दीप ,प्रेम का बाती, हर घट जोत जले। ईर्ष्या द्वेश का भाव ना आए, मैत्री भाव पले। असत्य जगत का मोह दूर हो, सत्य की…
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विनती हमारी-मनु कुमारी
जय -जय अम्बे,जय जगदम्बे, सुन लो अरज हमार। सकल जगत की तू हो माता , विनती सुनो हमार। तू हो माता ब्रह्म स्वरूपा, अविगत,अलख, अनादि अनूपा। सत्य सनातन तू हो…
सुलक्षणा बेटी – मनु कुमारी
खुशियों का संसार है बेटी , प्रेम का सुंदर उपहार है बेटी, बेटों को जो विनम्र बनाये, ममता,स्नेह व प्यार है बेटी। हर मुश्किल का हल है बेटी, गंगा का…
राष्ट्र कवि दिनकर – मनु कुमारी
साहित्य सरोवर में, खिला अद्भुत कमल! रामधारी सिंह दिनकर। बेगुसराय के गांव सिमरिया, जहां बसे मनरूप देवी और रवि भैया, जिनके पुत्र हुए तेजस्वी दिनकर। मानवीय चेतना के उन्नायक, राष्ट्रीय…
प्यारी सी “सोना”- मनु कुमारी
विद्यालय चल पड़ी है प्यारी सी “सोना”…. नई सखियों का साथ होगा और, खुशियों का झरना, पढेगी खूब मन से वह , पूरी करेगी हर सपना। विद्यालय चल पड़ी है…
मैं प्रचण्ड प्रबला हूँ-मनु कुमारी
मैं प्रचण्ड प्रबला हूँ मैं अबला नहीं ! प्रचण्ड प्रबला हूँ। मैं ब्रह्मचारिणी और पतिव्रता, कहो शिव की वामांगी या जनक सुता। मैं प्रेम की जननी, हूँ जगत वंदिनी ,…
रिश्तों का मेला-मनु कुमारी
रिश्तों का मेला सबसे सुंदर, सबसे मनहर, होता यह रिश्तों का मेला, मिलजुल कर सब हँसते-गाते, प्यार बाँटते जश्न मनाते, कोई न रहता यहाँ अकेला। रिश्तों का यह अनुपम मेला……
हिन्दी से प्रेम कर-मनु कुमारी
हिन्दी से प्रेम कर बिन्दी से सुन्दर लगे, ज्यों नारी का रूप हिंदी से मनहर लगे, भारत भाल स्वरूप।। मानवता की माँ कहूँ, सहज स्नेह की खान। हिंदी का इस…
जग में तुम नाम कमाओगे-मनु कुमारी
जग में तुम नाम कमाओगे देखकर तेरी प्यारी छवि, सबकुछ भूल जाती हूँ। चाहे लाखों काम हों सिर पे मेरे, तुझे गोद में उठाती हूँ। तुम हो चंदा, तुम हो…
जन्म लेल कन्हैया-मनु कुमारी
जन्म लेल कन्हैया जन्म लेल कृष्ण कन्हैया, हो रामा गोकुल नगरिया। दामिनी दमकय, बिजुरी चमकय, ओहि पर राति अन्हरिया। हो रामा गोकुल नगरिया.. बाजन बाजै आनंद बधाई, हुलसित लोग लुगैया।…