राष्ट्र कवि दिनकर – मनु कुमारी

साहित्य सरोवर में, खिला अद्भुत कमल! रामधारी सिंह दिनकर। बेगुसराय के गांव सिमरिया, जहां बसे मनरूप देवी और रवि भैया, जिनके पुत्र हुए तेजस्वी दिनकर। मानवीय चेतना के उन्नायक, राष्ट्रीय…

मैं प्रचण्ड प्रबला हूँ-मनु कुमारी

मैं प्रचण्ड प्रबला हूँ मैं अबला नहीं ! प्रचण्ड प्रबला हूँ। मैं ब्रह्मचारिणी और पतिव्रता, कहो शिव की वामांगी या जनक सुता। मैं प्रेम की जननी, हूँ जगत वंदिनी ,…

रिश्तों का मेला-मनु कुमारी

रिश्तों का मेला सबसे सुंदर, सबसे मनहर, होता यह रिश्तों का मेला, मिलजुल कर सब हँसते-गाते, प्यार बाँटते जश्न मनाते, कोई न रहता यहाँ अकेला। रिश्तों का यह अनुपम मेला……

जन्म लेल कन्हैया-मनु कुमारी

जन्म लेल कन्हैया जन्म लेल कृष्ण कन्हैया, हो रामा गोकुल नगरिया। दामिनी दमकय, बिजुरी चमकय, ओहि पर राति अन्हरिया। हो रामा गोकुल नगरिया.. बाजन बाजै आनंद बधाई, हुलसित लोग लुगैया।…