मुस्कान-नूतन कुमारी

  मुस्कान मुस्कान है इक ऐसा अलंकार, जो लाये जीवन में बसंत बहार, सजें सदा जिन होठों पर यह, हो जाएं पूर्ण सारे श्रृंगार। उदासी मंजर में दे जाए सुकून,…

दीपक-नूतन कुमारी

दीपक मनन-चिंतन करों बच्चों, यह दीपक कैसे जलता है, फ़िज़ा को यह करें रौशन, तले अंधेरा रहता है। हरेक मौसम, हरेक बेला, तमस को दूर करता है, तिमिर को शोख़…

पेड़ लगाएं-नूतन कुमारी

पेड़ लगाएं आओ मिलकर पेड़ लगाएं बीमारी को दूर भगाएँ, नित दिन करें हम इसका भान, तभी है संभव जगत कल्याण। अगर पेड़ तुम काटोगे तो आक्सीजन कहाँ से पाओगे,…

भारतीय नववर्ष मंगलमय हो-नूतन कुमारी

भारतीय नववर्ष मंगलमय हो अभिनंदन नववर्ष तुम्हारा, आज प्रफुल्लित है जग सारा। नववर्ष तुम्हारा स्वागत है, सुख़मय कर दो संसार हमारा। तेरे स्वागत को सब अभिलाषी, दे दें ख़ुशियों से…

सुंदर बिहार सुखमय संसार-नूतन कुमारी

सुंदर बिहार सुखमय संसार बाँटे खुशियों के पुष्प हजार, बावली हो करें सबसे प्यार, सुंदर बिहार की अप्रतिम छवि से, कर दूँ सद्गुणों की बौछार। भाईचारे की ज्योत जला दूँ,…