दिवाली-प्रीति कुमारी

दिवाली खुशियों का सौगात लेकर, आती है हर साल दिवाली। अँधियारे को दूर भगाकर, करती है खुशहाल दिवाली। करके घर की साफ-सफाई , रंग-रोगन लिपाई पुताई। दरवाजे पर हम हैं…

दिवाली-निधि चौधरी

दीवाली चंचल वन में मनी दीवाली, घनी अंधेरी रात थी काली। चंपू खरगोश दिमाग लड़ाया, जुगनू की टोली बुलवाया। जगमग जगमग जुगनू चमके, खाई मिठाईयाँ सबने जमके। किसी ने पटाखे…

हार नहीं मानूंगी-मधु कुमारी

हार नहीं मानूंगी हार नहीं मानूंगी मैं हार नहीं मानूंगी चाहे स्थिति-परिस्थिति कैसी भी हो न मनोबल को गिराऊंगी करूंगी हर मुश्किल से डटकर मुकाबला किन्तु हार नहीं मानूंगी ।…

एकता में बल-मनु रमण

एकता में बल एकता में बल है, और फूट में विनाश है। आपस में मिलजुलकर रहेंगे, जबतक सांसों में सांस है। झूठ-कपट का त्याग करेंगे, सत्य शील अपनायेंगे हम। साथ…

जीवन की चुनौतियाँ-लवली वर्मा

जीवन की चुनौतियाँ देखकर चुनौतियों का सागर, पार करना है मुझे। गिरकर, संभलकर और फिर उठकर, कर्मपथ पर चलना है मुझे। कठिनाइयों से हो परिचित, विचलित न होना है मुझे।…

मेरे देश की धरती-दिलीप कुमार गुप्ता

मेरे देश की धरती सर्वधर्म समभाव लिए विश्व बंधुत्व संदेश सुनाती द्वेष दंभ दुर्भाव मुक्त धन्य पुरातन वैदिक संस्कृति । जननी यहाँ वीरों को जनती बहन तिलक भाल सजाती कर…