जाओ कोरोना अपने घर-रानी कुमारी

जाओ कोरोना अपने घर जाओ कोरोना अपने घर स्कूल हमें बुलाती है। टनटनाती घंटी की याद हमें बहुत सताती है। फूलों वाली फुलवारी तो सपनों को सजाती है पर सपनों…

स्कूल बंद है फिर भी-रंग है बाकी अब भी-गिरिधर कुमार

स्कूल बंद है फिर भी हाँ आज भी बंद है स्कूल लेकिन हमारे सपने अब भी कहाँ बंद है हौसले हमारे पुरजोर हैं हमने दे रखी है हवाओं को चुनौती…

लक्ष्य प्राप्ति हेतु मैंने न विश्राम किया-नूतन कुमारी

लक्ष्य प्राप्ति हेतु मैंने न विश्राम किया उम्मीद की लौ जला कर, जिंदगी को किया उजाला, हर व्यूह को भेद कर, संघर्ष का लिया निवाला, हरसंभव कोशिश को मैंने है…