उम्मीदें स्वप्निल रजनी के देश में देखे जो ख्वाब, उसे पूरा कर लेंगे आज, अगर चलते रहे यूं ही कर्मठता से कर्म के पतवार, जरूर होगी ख्वाबों की निर्झरनी पार,…
Category: Aasha Ichchha
है आस होंगे पास-विवेक कुमार
है आस होंगे पास संकट का मंजर है आया परेशान है सबको कर पाया कोरोना का है ये छाया सबको है घबड़ाया प्राण घातक है बन गया पर है आस…
जीवन अभी बाकी है-मधु कुमारी
जीवन अभी बाकी है आस हाथ से छूटती नहीं प्यास मन की मिटती नहीं हिम्मत हार कभी मानती नहीं हौसला सांस की बाकी है जीवन अभी बाकी है……. हर सांस,…
टूटती कविता-गिरिधर कुमार
टूटती सी कविता रंग चटखने लगे हैं इसके परेशान है कविता कोलाहल से किसी कोविड से किसी यास से किसी ब्लैक रेड फंगस के संताप से। बिखरती चेतना से सहमती…
तूफान के संग-गिरिधर कुमार
तूफान के संग घोर तिमिर में घिरा पथिक ढूंढ़ता है राह कुछ मन के अवसादों की पोटली का बोझ सिर पर उठाए विचलित भयभीत है पथिक! ऐसा क्या कुछ हो…
कोरोना से जंग जीत लेंगे हम-शफ़क़ फातमा
कोरोना से जंग जीत लेंगे हम हर तरफ है तबाही छाई ये कैसी देश में बीमारी आई हर चेहरे पर दिख रहा है ग़म ऐसे में जाएं तो जाएं कहाँ…
कोरोना कविता और कवि-गिरिधर कुमार
कोरोना कविता और कवि लिख रहा हूं कविता, झांकता है कोरोना ठीक सामने की खिड़की से… अट्टहास करता है वो परिहास के स्वर हैं उसके कवि! भोले कवि तुम्हारी कविता…
बाल जिज्ञासा-रुचिका
बाल जिज्ञासा माँ मेरी तुम मुझे बताओ, चिड़िया कैसे उड़ती आकाश में फिर कैसे वो नीचे आती कहाँ से लाती अपना खाना कैसे पानी पीती है? माँ बोली मेरी गुड़िया…
बालक की अभिलाषा-एस. के. पूनम
बालक की अभिलाषा बालक हूँ मेरी भी कुछ अभिलाषा है, गुरुदेव का असीम सानिध्य मिले, सादगी भरा वेशभूषा धारण करूँ, समाज में सादगी का मिशाल बनूं। बालक हूँ मेरी भी…