सूर्य देवता – नीतू रानी” निवेदिता”

द्वार पर आए सूर्य देवता है उनको नमस्कार, छठी मैया के घाट पर लगी है छठव्रती की कतार। छठवर्ती कर जोड़कर पानी में है खड़ी, सूर्य देवता को अर्घ देने…

दोहावली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

पावन कार्तिक मास में, करें छठी का ध्यान। गुणवंती करुणामयी, महिमा बड़ी महान।। जग की आत्मा सूर्य को, करें नित्य प्रणिपात। जीवन प्राणाधार हैं, अंशुमान अवदात।। रवि उपासना पर्व है,…

छठ पर्व – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

विद्या:- मनहरण घनाक्षरी छंद छठ व्रती आस रख, मन में विश्वास रख, खुद निराहार रह, करते हैं खरना। शाम-सुबह सूर्य को करते हैं अर्घ्य दान, व्रतियों को रात-दिन, पड़ता है…

प्रकाशोत्सव – जैनेन्द्र प्रसाद रवि

चहुओर दीवाली में छतों और दीवारों पे, करती हैं जगमग, बल्बों की ये लड़ियांँ। कोई उपहार लाते मिठाई मलाई खाते, उमंग व उत्साह में, छोड़ते फुलझडियांँ। कहीं-कहीं रात भर महफिलें…

विघ्नेश बुलाइए – एस.के.पूनम

🙏ऊँ कृष्णाय नमः🙏 विधा-मनहरण (विघ्नेश बुलाइए) संसार में है अंधेरा, चहुंदिशा में बखेरा, निकले हैं समाधान,दीप को जलाइए। हिया बसे मन मोरा, प्रदर्श दिखे हैं गोरा, अवसर है पावन,प्रीत को…

वो दीपक हैं मैं बाती – मनु रमण चेतना

सदा सुहागन का वर मांगू, हे प्रभु विनती कर तुमसे। रखना सलामत मेरे पिया को,भक्ति करूं तेरी तन मन से। सुंदर सुखमय साथ सजन के,बनके मैं वामांगी रहूं। दे यही…

रूपघनाक्षरी – एस.के.पूनम

भानु खड़ा द्वार पर, घूँघट उठाती निशा, शीत का आगाज हुआ,ओढ़ ले कंबल आज। सुबह पत्तियाँ करे, तुहिन से श्रृंगार जी, सूर्य प्रभा पड़ते ही सप्तरंग करे नाज़। पक्षियों का…

करवाचौथ गीत – नीतू रानी “निवेदिता

पिया यौ अहाॅ॑ लएअ करै छी करवाचौथ त्योहार यौ , भैर दिन राएख केअ उपवास यौ ना। एक दिन पहिले गेलौं बाजार किनलौं साड़ी ,चूड़ी लाल, पिया यौ अहाॅ॑के देखै…

रावण-एक अपराजित योद्धा – संजय कुमार

उसे घमंड था कि,मैं हूँ अपराजेय हूँ त्रिलोक विजेता। दिग,दिगंत है हमारी मुट्ठी में, पर भूल रहा था वो। अपराजित होने के लिए, मिथ्या दम्भ,अभिमान का करना पड़ता है दमन।…