मां – अंजली कुमारी

पृथ्वी पर जीवन का अंकुर फूटा, धरा पर हरियाली छाई है । हर जीव जगत का वंश बढ़ाने, स्त्रीत्व चरम पर आई है । माहवारी का दर्द सहा, सौंपा जीवन…

नर्स – एस.के.पूनम

नर्स धरा पर आई, बहन का नाम पाई, सेवा भाव साथ लाई,वही अभिमान है। छुआछूत दूर रहे, दीन-दुखी प्रिय कहे, भेदभाव करें नहीं,दीदी तो महान है। चिंतन करती रहें, दुख…

माॅ॑ – नीतू रानी

पितु सु माता सौ गुणा सुत को राखै प्यार , मन सेती सेवन करै तन सु डाॅ॑ट अरु गारि। इसका अर्थ। पितु सु माता सौ गुणा -यानि पिता से माता…

श्रमिक की व्यथा-कथा- सुरेश कुमार गौरव

मैं भी शान से जीना चाहता हूं मेहनत की रोटी कमाता हूं, दृढ़ शौक है मेरे भी कुछ, बच्चों को खूब पढ़ाना चाहता हूं, लेकिन कभी अप्रवासी बनकर बिलकुल बेगाने…