अपना भारत देश महान-अनुज वर्मा

  अपना भारत देश महान भारतवासी का है अरमान, सुदृढ़ रहे तिरंगे की शान। अपना भारत देश महान, अखंडता है इसकी पहचान। भारत भूमि है पूज्यनीय, वीरों का शौर्य स्मरणीय।…

हरियाली-अनुज वर्मा

हरियाली सावन के आने से, हरियाली चहूँ ओर छाई। गजब है ये सृष्टि हमारी, सभी दिखती रंगों से प्यारी। पेड़ों की शोभा है हरियाली, पत्तियों की काया हरियाली। हरियाली जब…

प्रेम-अनुज वर्मा

प्रेम प्रेम जगत की आस, प्रेम जगत की प्यास।  प्रेम बड़ा उपहार है, बिन इसके सब बेकार है।  प्रेम से इर्ष्या दूर हो, प्रेम वाले मशहूर हो।  जीवन में सुकून…

प्रवेशोत्सव-अनुज वर्मा

प्रवेशोत्सव हम सबने यह ठाना है, विद्यालय में अच्छे दिन लाना है। चलो हम सब स्कूल चलें, सब पढ़ें, सब बढ़ें। प्रवेशोत्सव का अभियान आया, सबको भाया, सबको हर्षाया। सबने…

प्रार्थना में शक्ति है-अनुज वर्मा

प्रार्थना में शक्ति है सबसे सुंदर भक्ति है प्रार्थना सबसे सार्थक युक्ति है प्रार्थना भक्त की शक्ति है प्रार्थना कर्णप्रिय श्रुति है  प्रार्थना ।१। ईश्वर प्राप्ति की पहल है प्रार्थना…

गाँव की मिट्टी-अनुज वर्मा

गाँव की मिट्टी आज भी जीवंत है गाँव,  उसकी मिट्टी और छाँव।  कच्ची थी पगडंडी, नहीं थी कोई मंडी।  पेड़ों पर झुलना, गिरकर फिर संभलना।  नानी दादी की कहानी, खूब…