उठो बेटियों, अब तुम जागो- मधु कुमारी

उठो बेटियों, अब तुम जागो ना बेचारी, ना लाचार बनो। मचाओ हाहाकार, करो घोर चीत्कार, दुराचारियों का अब स्वयं संहार करो। बनो दुर्गा, बनो चंडी और काली का रौद्र अवतार…