नन्हीं गौरैया भूरे रंग की कुछ गौरैया हमारे घर में रहती है, सुबह-सवेरे उठकर वो चीं-चीं चूँ-चूँ करती है। उसकी मधुर आवाज सुन बिस्तर छोड़ उठ जाता हूँ, फुदक रही…
SHARE WITH US
Share Your Story on
teachersofbihar@gmail.com
Recent Post
- मेरे पिता – मीरा सिंह “मीरा”
- पिता – नीतू रानी
- शेक्सपियर सानेट शैली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य
- पापा – अशोक कुमार
- प्रभु की महानता – जैनेंद्र प्रसाद रवि
- मधुमास की घड़ी – एस.के.पूनम
- मेरा गॉंव – कुमकुम कुमारी “काव्याकृति
- उसे नित्य सींचिए – एस.के.पूनम
- मेरा अभिमान है पिता – जनेश्वर चौरसिया
- पिता – कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”