देश हमारा-जीवन एक कला-भोला प्रसाद शर्मा

देश हमारा देश हमारा सबसे प्यारा, हर देशों से है यह न्यारा। ऊँचे-ऊँचे पर्वत-पठार, कहीं पे मठ कहीं अटार। खाई देखो कितने गहरे, करते हिमगिरि जमकर पहरे। बहती है यहाँ…