आओ पाठ पढ़ाएं-संगीता कुमारी सिंह

आओ पाठ पढ़ाएं हम शिक्षक दायित्व हमारा, छात्रों का भविष्य गढ़ जाएं, आओ पाठ पढ़ाएं। कार्ययोजना बनाकर हम पठन और गतिविधियां करवाएं। बच्चों के स्तर के अनुकूल, शिक्षण विधियों को…

अनुभव-संगीता कुमारी सिंह

अनुभव जिंदगी दे जाती हमें नित नये अनुभव। कुछ तीखे, कुछ मीठे, कुछ कड़वे हैं ये अनुभव। कभी हैरान, कभी परेशान, कभी विस्मित कर जाते!! कभी गुदगुदाते, तो कभी रुलाते…

पालनहारा-संगीता कुमारी सिंह

पालनहारा धरती मॉ का हरियाला आंचल है वृक्ष, प्रकृति का श्रृंगार प्राणी का पालनहारा है वृक्ष। सांंसो के चक्र में, निर्मल प्राणवायु का, प्रदाता है वृक्ष। सुंदर पुष्प प्रसून, खिलती…

आओ बचाएं पानी-संगीता कुमारी सिंह

आओ बचाएं पानी मैं हूंँ तुम्हारी बूढ़ी नानी, आओ सुनाऊं तुम्हें कहानी, मेरी कहानी में है पानी, पानी जीवन का आधार, इसके बिना सूना संसार। ठोस, द्रव और गैस रूप…

जिंदगी का सार-संगीता कुमारी सिंह

जिंदगी का सार यूं ही कभी आसमाँ को निहारते, देखा मैंने, शाम के धुंधलके में, चाँद का निकलना, शुभ्र, धवल, चमकता चाँद, आभा बिखेरता किसी, देवता के समान, यूं ही…

बेटी की शिक्षा-संगीता कुमारी सिंह

बेटी की शिक्षा वो उड़ती है पंख फैलाकर, आसमान छूना ख्वाब है उसका। वो चलती है, आत्मविश्वास से भरकर, हर मंज़िल पा लेना, सपना है उसका। गिरती है, उठती है,…