सुन गोरैया-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव

सुन गोरैया  सुन “गोरैया”! तेरे जैसी मैं भी एक चिड़ियाँ होती जब जी करता उड़ते-उड़ते सैर जहान का कर आती । न रहता कोई टोका-टोकी न करता कोई रोका-रोकी फिक्र…