हिंदी सबकी शान-देव कांत मिश्र दिव्य

हिन्दी सबकी शान  हिन्दी सबकी शान है, सभी करें सम्मान। भाषा है प्यारी सुघड़, सरल सुगम गुण खान।। कवि भूषण से नित यहाँ, चहके हिन्दी गान। पंत निराला से सदा,…