कारागृह की वेदना-डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवा

  कारागृह की वेदना करुण” क्रंदन से “कारागृह”     कांप उठा वह कक्ष-निरीह, “काल” ने कैसा खेल रचा      कोठरी में था हाहाकार मचा।    मौन “कोठरी” सब…