हमारा मुल्क- जयकृष्णा पासवान

सोना था सोनाली कितनी, मुल्क हमारा परम निशान। देश में आकर बिखर गया, अंग्रेजी शासन का ऐलान।। सब भेदों से जाल गिराकर, फसा दिया भोला इंसान। सताने लगी अंग्रेजी बोली,…

मैं तिरंगा-रानी कुमारी

मैं तिरंगा मैं तिरंगा प्रतीक तुम्हारे शान की तुम न मेरा अपमान करो बाँटकर मेरे रंगों को अलग-अलग धूमिल न मेरा मान करो। मेरे खातिर वीर जो हुए कुर्बान बस…