सृजनहार प्रभु-कुमारी अनु साह

सृजनहार प्रभु हे जग के सृजनहार प्रभु तुम हो पालनहार प्रभु।  दुनिया बनाई कितनी सुंदर हरी धरती नीला समंदर नदियाँ, पहाड, चाँद, सितारे उडते रंग बिरंगे पंछी सारे मन को…