जीवन दीप जलाना सीखें – स्नेहलता द्विवेदी

हम सब प्रेम पुजारी मिलकर, जीवन दीप जलाना सीखें। जग में फैले अंधकार को, कर्म रश्मि नहलाना सीखें। अपना घर तो सुंदर सजता, उस घर को भी सजाना सीखें। जिसके…

हिंदी – स्नेहलता द्विवेदी

हिंदी ! सहज सृजन की कुंजी, भावगम्य मनमोहक पूंजी। सुरम्य गीत संगीत सुधारस तृप्ति, कथा पटकथा चलचित्र समग्र सृष्टि। हिंदी! स्वर व्यंजन वर्ण , शब्द विन्यास बहुरंग। सरल सुलेख्य सुपाठ्य,…