कोरोना-अश्मजा प्रियदर्शिनी

कोरोना कोरोना का कहर विश्व में फैला रहा जहर महामारी फैलाने को है बेकरार चहूँ ओर है कहर ऐसे में संयमित रहे, लापरवाही न कीजिए। महामारी के संक्रमण से सकल…

बाल मजदूर विरोध-अश्मजा प्रियदर्शिनी

बाल मजदूर विरोध अपने बचपन को खोता कितना वह लाचार मलिन सी काया, दुर्बल छवि, जीर्ण-शीर्ण आकार  अत्यंत आवश्यक प्यासे को पानी भूखे को आहार मांसाहार नहीं, उसे भोजन मिल…

स्वतंत्रता-अश्मजा प्रियदर्शिनी

स्वतंत्रता   नमन करते हम तिरंगे को तिरंगा हमारे देश की शान है। मातृभूमि पर शीष नवाते हम तिरंगा हिन्दुस्तान की जान है। अपने पराक्रम पर भरोसा है ये स्वतंत्र भारत…

जनसंख्या-अश्मजा प्रियदर्शिनी

जनसंख्या एक अरब सैतिश करोड़ की जनसंख्या वाला है हमारा नेशन 17.64 के दर से बढ रहा पोपूलेशन दिन दूनी, रात चौगुनी विकट हो रहा सिचुएशन वर्तमान दृश्य ऐसा है…

वृक्ष है संजीवनी-अश्मजा प्रियदर्शिनी

वृक्ष है संजीवनी वृक्ष है संजीवनी हमारी वसुंधरा की हैं शान धरती को स्वर्ग बनाते, जैसे ईश्वर का वरदान प्राणवायु देते भरते हर जीव-जन्तु में जान वृक्षों की शाखाओं पर…

राखी का त्योहार- अश्मजा प्रियदर्शिनी

राखी का त्योहार सावन में इन्द्रधनुषी रंग है राखी का त्योहार  सप्त ऋषियों के ज्ञान को समेटे राखी का त्योहार  सप्त तुरंग की दौड़ हैं जैसे राखी का त्योहार  फूलों…