राखी-देव कांत मिश्र दिव्य

  राखी  पावन सावन मास में आकर अनुपम स्नेह लुटाती राखी। भैया के हाथों में सजकर मन ही मन मुस्काती राखी।। रंग-बिरंगे फूलों जैसी प्रेम सुधा बढ़ाती राखी। हीरे, मोती,…