योग स्वयं को जानने की कला है- नरेश कुमार ‘निराला’

Naresh

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योग स्वयं को जानने की कला है

भारत के इस प्राचीन सांस्कृति को
अब मिलजुल कर आगे बढ़ाना है,
पूरी उत्साह और अनुशासन से
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाना है।

योगाभ्यास के है अनेक फायदे
यह आत्मविश्वास को बढ़ाता है,
तन-मन-मस्तिष्क को स्वस्थ कर
विभिन्न व्याधियों से हमें बचाता है।

ध्यान,प्रणायाम,व्यायाम और आसन
मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं,
असंतोष, क्रोध,अनिद्रा, दर्द, तनाव से
सदा-सदा के लिए छुटकारा पाते हैं।

नित्य सुबह-शाम जो पसीना बहाते
पाते निर्मल तन और सुन्दर काया,
योग को जीवन का हिस्सा बनाइए
दूर हो जायेंगे आलस और मोह माया।

योग स्वयं को जानने की कला है
अष्टयोग को जीवन में अपनायें,
संतुलित आहार व सुन्दर विचारों से
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ायें।

अब तो पूरी दुनिया योग को अपनाया
तो भला हम क्यों पीछे रह जाए,
भारतीय कला के इस अनुष्ठान को
मिलकर दैनिक जीवन में अपनाए।

नरेश कुमार ‘निराला’
छातापुर, सुपौल

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