शरीर का समुचित विकास हो
कर सकें काम आसानी से।
इसके लिए ऊर्जा चाहिए
जो मिलता खाना पानी से।।
भोजन समय से संयमित हो
खाएँ संतुलित आहार को।
गुणवत्ता समय मात्रा बिना
झेलें कुपोषण की मार को।।
कार्बोहाइड्रेट वसा लें
खनिजलवण प्रोटीन रखते।
भोजन में रख मात्रा इनकी
है संतुलित आहार बनते।।
अक्सर इनके असंतुलन से
कुपोषण शरीर में फैलता।।
रक्ताल्पता घेंघा रोग जो
सूखा रोग रतौंधी होता।।
संग में कमजोरी अनिद्रा
बीमारियों का जड़ हैं बोते।
खाकर पनीर अंडा मछली
दूर कुपोषण को हैं करते।।
हरे पत्तों की सब्जियाँ हो
दूध दही घी दाल लेना।
ताजा भोजन समय से करें
हैं कुपोषण को मात देना।
संतुलित आहार खाते जो
हैं दूर कुपोषण को करते।
स्वस्थ सदा तन रहते सबके
शुभ विचार भी मन में पलते।
राम किशोर पाठक
प्राथमिक विद्यालय भेड़हरिया इंगलिश पालीगंज,पटना