रामधारी सिंह दिनकर – कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’

माँ सरस्वती के चरणों में, झुककर मैं वन्दन करूँ। मेरी लेखनी को शक्ति दो माँ, तुमसे यही अर्चन करूँ। राष्ट्रवादी कवि दिनकर जी का, मैं चरित्र चित्रण करूँ। कुछ भी…

गुरुजी का ज्ञानदान-सुरेश कुमार गौरव

गुरुजी का ज्ञानदान बचपन में गुरुजी ने सिखलाया अनुशासन का खूब पाठ पढ़ाया। कहते बापूजी के तीन थे बंदर सुनो दिनेश, महेश, रमेश व चंदर। पहला कहता बुरा मत बोलो…

अलविदा 2021-कुमारी निरुपमा

अलविदा 2021 दुनिया की निगाहें टिकी हुई थी जिसके चुनाव पर जो बाइडेन राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप की हार पर। फ़रवरी 07 जब उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटा 2013…

बचपन-प्रीति कुमारी

बचपन बचपन के वो अनमोल पल जैसे हो स्वच्छ और निर्मल जल। नहीं फिक्र किसी भी बात की न चिन्ता थी जज्बात की। बस खेल-कूद और थी मस्ती पढ़ना लिखना और…

मेरे गांव की मिट्टी-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”

मेरे गांँव की मिट्टी  बहुत पावन है मेरे गांँव की मिट्टी जिससे सदा सोंधी खुशबू आती है हम तुझ से दूर ज़रूर हो लिए मगर तेरी याद हमें बहुत सताती…