आया सूरज-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”

आया सूरज

आया सूरज आया सूरज
नव उम्मीदों की ये किरण
अपने साथ है लाया सूरज
आया सूरज आया सूरज। 

चिड़िया भी है चहक रही
कलियां भी है खिली हुई
अपनी नवीन लालिमा से
सबको है नहलाया सूरज। 

थी अंधेरी काली चादर तान
निशा को बनाकर सुनसान
चीरकर अंधियारे का सीना
है यह रौशनी फैलाया सूरज। 

एक अनोखा यह सूरज है
जिसका कोई न पूरक है
इसके आगे सब फीके पड़े
ऐसा प्रकाश फैलाया सूरज। 

अनोखा चमकीला सूरज है एक
इस दुनिया में देश है अनेक
फिर भी एक अकेला हर गोशा में
अपना प्रकाश दिखलाया सूरज। 

एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
उत्क्रमित मध्य विद्यालय
छोटका कटरा
मोहनियां कैमूर बिहार

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