आओ घर में देव गजानन करके वाहन मूस सवारी। तेरे दर्शन को आतुर है इस दुनिया में सब नर नारी।। माता पिता के आज्ञाकारी प्रथम पूजन के अधिकारी। भक्त जनों…
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हम शिक्षक – मीरा सिंह “मीरा”
करे उजाला अखिल विश्व में तम को दूर भगाते हैं। हम शिक्षक हैं ज्ञान के सागर ज्ञानामृत पिलाते हैं।। कैसी भी मुश्किल आ जाए तनिक नहीं घबराते हैं। अगर अंधेरा…
तिरंगा चांद पर फहराया – मीरा सिंह “मीरा’
आया देखो शुभ दिन आया तिरंगा चांद पर फहराया– हैरत में है आंखें सबकी देख जमाना भी चकराया।। सत्य डगर पर चलने वाला प्रगति करता देश हमारा। देता यह पैगाम…
झंडा सबसे न्यारा – मीरा सिंह “मीरा”
लहर लहर लहराएं नभ में यह लगता कितना प्यारा है। सारे जग में सबसे सुंदर यह झंडा सबसे न्यारा है।। यह झंडा है शान हमारा यह तो है मुस्कान हमारा।…
लाल टमाटर – मीरा सिंह “मीरा”
लाल टमाटर छिपें कहां हो दिखते क्यों ना आज यहां हो। अभी अभी तो आएं थे तुम हाथ हिलाते चले कहां हो।। खोजते फिरें लोग सभी अब सारी दुनिया में…
प्रण लो योग करो रोजाना – मीरा सिंह “मीरा”
बात पते की मत बिसराना जीवन को खुशहाल बनाना। मत पालो तन दर्द पुराना प्रण लो योग करो रोजाना।। सुनो सुनो मत करो बहाना तन की ताकत हमें बढ़ाना। संकल्प…
पर्यावरण – मीरा सिंह “मीरा”
बंद करो वृक्षों को काटना नदियां सागर दूषित करना। वृक्ष धरा के हैं आभूषण वृक्ष लगाओ मानो कहना।। कोरे नारे नहीं लगाओ वक्त कहे कुछ काम दिखाओ। स्वच्छ रखो हवा…
जब से आई गरमी – मीरा सिंह “मीरा”
सूरज बाबा ने हद कर दी सुबह सवेरे आते जल्दी। सूनी सूनी सड़कें गलियाँ दुबके बैठे बच्चे घर जी। आंख मींचते आ जाते हैं बिन पहने ही अपनी वर्दी। गरमी…
प्यार लुटाती है माँ – मीरा सिंह “मीरा”
नेह सुधा छलकाती है माँ कितना प्यार लुटाती है माँ। आंखों से झड़ते हैं मोती दूर कभी जब जाती है माँ।। हर लेती मन की हर पीड़ा जब हँस गले…
मजदूर- मीरा सिंह “मीरा”
माना नहीं मशहूर वह सबकी आंखों का नूर वह। नित नया रचता रहे कुछ हम सबका है गुरुर वह।। काम करता है विविध कहलाता है मजदूर वह। दिख जाता हर…