आधुनिक नारी-रूचिका राय

आधुनिक नारी आधुनिक भारत की हूँ मैं नारी, नही अबला नही हूँ मैं बेचारी, पहुँच जाऊँगी मैं चाँद तक भी, इसके लिए करती हूँ मैं तैयारी। रीतियों का सदा निर्वहन…