विनती-आँचल शरण

विनती देना शक्ति हमें इतना विधाता, भूल हो न कभी हमसे जरा सा। हम सब है नादान पर संतान तुम्हारे, तुम हो सृजनहार, पालनहारे। गलत राह पर न चलाना हमें…