गाय एक चौपाया जानवर है
एक स्त्री कभी बीमार नहीं पड़ती
जैसे कि वह एक स्तनधारी गाय हो
जिसे दूहा जाता है, तब तक
जब तक कि उसकी धमनियों में
बहता हुआ रक्त सूख न जाए…
मेज पर पड़ी फाइलों को
निबटाने से पहले
उसे निबटाना होता है
झूठे बर्तनों का अंबार
और इस्त्री के लिए
पड़ी हुई कपड़ों के गट्ठर में
खोलती है एक एक गांठ अपनी दिनचर्या का …
बुखार में तपती औरतें
कब रख पाती हैं अपने सिर पर पानी की पट्टी
वह तो गिंजती रह जाती है सारा दिन पानी
बुखार में वह बड़बड़ाती जरूर है
गोकि बड़बड़ाना उसकी निजी भाषा है
जिसे व्यक्त करना उतना ही जरूरी हो
जितना कि उसे दूहा जाना …
ऐंवे ही बाबा नहीं कहा करते थे कि
मेरी बेटी तो गऊ है गऊ
जिस खूंटे में बांध दूंगा बंधी रहेगी आजीवन …
खूंटे से बंधी गौ एक चौपाया जानवर है
जिसके एक मुंह, एक नाक और दो आंखें होती हैं
एक लंबी पूंछ भी होती हैं चुटिया की तरह
लेकिन निबंध में गौ को दो सींग भी होती है
यह मास्टर जी ने आज तक नहीं बताया ….
सीमा कुमारी,
राजकीयकृत मध्य विद्यालय बीहट