मनहरण घनाक्षरी- रामकिशोर पाठक

अंडाकार पथ पर,
ग्रह लगाते चक्कर,
सूर्य रहता केन्द्र में,
परिक्रमा मानिए।

सूर्य की पृथ्वी चंद्रमा,
करे सदा परिक्रमा,
तीनों सरल रेखा में,
ग्रहण बखानिए।

बीच में जो पृथ्वी आए,
चंद्रग्रहण हो जाए,
पूर्णिमा की रात में हीं,
होता पहचानिए।

चंद्रमा बीच में आए,
सूर्यग्रहण हो जाए,
अमावस्या को दिन में,
विधान है जानिए।

राम किशोर पाठक
प्राथमिक विद्यालय भेड़हरिया इंगलिश पालीगंज, पटना

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