सरस्वती वंदना हे हंसवाहिनी! हे ज्ञानदायिनी! विद्या का वर दे... सद्बुद्धि का संचार कर, अज्ञानता दूर कर दे। हे वीणावादिनी! हे हंसासीनी ! ज्ञान का वर दे... अम्ब विमल मति दे, हृदय में साहस, शील भर दे। हे विश्व की संचालिनी! करुणा का वर दे... गति-मति अवरुद्ध न हो, मन…
हंसवाहिनी वंदना हंसवाहिनी मां शारदे तू ज्ञान, बुद्धि, प्रकाश दे तम को मन से दूर कर तू राग जीवन में तू भर दें जग के छल, माया, प्रपंच से माँ तू मुझको दूर कर दें। माँ तू हैं मेरे जीवन की ज्योति तू ही हैं मेरी तन रूचि तुझमे हैं…
माँ वागेश्वरी जयति जय माँ वागेश्वरी, सरस्वती विंध्यवसिनी। सकल जगत की तुम हो माता, हे सकल मंगलकारिनी.. जयति माँ वागेश्वरी.. तुम हो पद्मासना माता शांति, सुख, वरदायनी, जगत का कल्याण कर माँ, तुम हो महापातकनाशनी। जयति माँ ....... पद्म लोचन हैं तुम्हारे, दृष्टि दया की कर जरा, नाव है मझधार…