कक्षा का अमृत रस-गौतम भारती

कक्षा का अमृत रस

कक्षा तो कक्षा है,
इसमें उपस्थित रहा करो।
हो रहे वितरण ज्ञान का,
बस अमृत रस पीया करो।।
बस अमृत रस पीया करो।

चूकुर-भूकुर सौगात है तेरी,
इससे ऊपर उठ जाया करो
हो रहे वितरण ज्ञान का,
बस अमृत रस पीया करो।।
बस अमृत रस पीया करो।

तुम चिकने हट्टे-कट्ठे हो,
ये सोच ना इतराया करो।
काबिल बनो तुम काबिल,
ना अश्लील गीत गाया करो
हो रहे वितरण ज्ञान का ,
बस अमृत रस पीया करो।।
बस अमृत रस पीया करो।

लाजवाब हैं हमारे शिक्षक,
बेजोड़ मान अपनाया करो।
चर्चा सुन गली-मुहल्ले में,
इन्हें भी फीडबैक दिया करो
हो रहे वितरण ज्ञान का ,
बस अमृत रस पीया करो।।
बस अमृत रस पीया करो।

कक्षा तो कक्षा है,
इसमें उपस्थित रहा करो।
हो रहे वितरण ज्ञान का,
बस अमृत रस पीया करो।।
बस अमृत रस पीया करो।

कर भैया-चारी भारती
कहता है !
गुरू सानिध्य जीया करो
हो रहे वितरण ज्ञान का,
बस अमृत रस पीया करो।
बस अमृत रस पीया करो।

गौतम कुमार “भारती”
( H.M.)
U.M.S. हिंगवा मुसहरी 
भरगामा, अररिया 

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