सफलता-स्वाति सौरभ

सफलता

असफलता के कई बहाने
कभी गरीबी तो कभी पिताजी ना माने
बन सकता था मैं भी अफसर
कहते सुना होगा आपने भी अक्सर।

पर गांठ बांध लो मेरी एक बात,

दृढ़ निश्चय हो और आत्मिश्वास
तो रोक नहीं सकता कोई मार्ग,

गाने नहीं पड़ेंगे असफलता के राग
हरेक इंसान होता है खास,

हूनर होता है सबके पास
बस कर लो खुद की पहचान,

एक दिन होगा तुम्हारा भी नाम

जब पहाड़ को तोड़ कर,

रास्ता बना दिया मांझी ने
अहिंसा की राह पर चलकर,

आजादी दिला दी गांधी ने
बन गए वैज्ञानिक, राष्ट्रपति कलाम पेपर बेचकर
खड़ा कर दिया उद्योग टाटा ने,

कचड़े की ढेर पर।

चिड़िया बनाती घोसला, तिनका तिनका जोड़कर
चढ़ती चींटी दीवारों पर, सौ बार भी फिसलकर
सचिन अमिताभ कोहली ने पेश किए हैं अपने मिशाल
जीवन से इनके भी प्रेरणा लो

जैसे गीता बबीता हिमा दास

सफलता का केवल एक ही राज,

परिश्रम को बनाओ अपना औजार
करते रहो निरंतर अभ्यास,

दिखा दो दुनियाँ को तुम हो खास
भीड़ से अलग बनाओ अपनी पहचान,

बढ़ाओ देश का मान सम्मान।

स्वाति सौरभ

आदर्श मध्य विद्यालय मीरगंज 

आरा नगर भोजपुर

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