हौसलों की उड़ान अभी बाकी है-नूतन कुमारी

हौसलों की उड़ान अभी बाकी है

सारी बाधाएँ को पार कर,
सफलता की परचम मैं लहराऊँ,
जो नहीं हुआ सदियों तक,
चाहत है कुछ ऐसा कर जाऊँ,
मिलना वो मुकाम अभी बाकी है,
हौसलों की उड़ान अभी बाकी है।

गर भरनी हो लंबी उड़ान,
तो खुद पर यकीन करना,
गर बार-बार ठोकरें मिलती रहे,
तो हर बार उठ भागने की हिम्मत रखना,
सोचो कुछ इम्तिहान अभी बाकी है,
हौसलों की उड़ान अभी बाकी है।

किस्मत से लड़ कर दुनियाँ बदल दूँ,
ऐसी जज्बा रखती हूँ मन में,
इक रोज सफलता कदम चूमेगी,
ऐसे ख्यालात है मन के उपवन में,
दिल में यह अरमान अभी बाकी है,
हौसलों की उड़ान अभी बाकी है।

सपनों को चकनाचूर कर दें,
डरती नहीं मैं उन हालातों से,
हार के आगे ही जीत है,
सीख मिली जज्बातों से,
मिलना वह अंजाम अभी बाकी है,
हौसलों की उड़ान अभी बाकी है।

नूतन कुमारी
प्राथमिक विद्यालय चोपड़ा
प्राइमरी शिक्षिका, डगरूआ
पूर्णियाँ, बिहार

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