पढ़ लिख जाने दो ना-अपराजिता कुमारी

Aprajita

पढ़ लिख जाने दो ना

बाबा करो अभी न शादी
थोड़ा तो पढ़ लिख जाने दो ना,

तन तो है गीली मिट्टी
पूरी तो गढ़ जाने दो ना,
मन भी है कच्ची पक्की
मन तो दृढ़ हो जाने दो ना,

बाबा करो अभी न शादी
थोड़ा तो पढ़ लिख जाने दो ना। 

कली तो तेरी बगिया की मैं
पूरी तो खिल जाने दो ना,
मैं तो तितली तेरे अंगना की
थोड़ी तो इठलाने दो ना,

बाबा करो अभी न शादी
थोड़ा तो पढ़ लिख जाने दो ना।

पुस्तकों के पंख लगाकर
ज्ञान चक्षु तो खुल जाने दो ना,
मेरी तो इच्छा भी थोड़ी
कुछ तो बन जाने दो ना,

बाबा करो अभी न शादी
थोड़ा तो पढ़ लिख जाने दो ना।

बोझ तो न बनूंगी बाबा
मैं तो तेरी मान हूंँ बाबा,
अपना तो बोझ उठाने दो ना
थोड़ा तो पढ़ लिख जाने दो ना,

बाबा करो अभी न शादी
थोड़ा तो पढ़ लिख जाने दो ना।

अपराजिता कुमारी
उत्क्रमित माध्यमिक उच्च विद्यालय
जिगना जगरनाथ
प्रखंड- हथुआ
जिला- गोपालगंज

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