मै शिक्षक हूँ-अनुपमा अधिकारी

Anupama

मै शिक्षक हूँ 

हाँ मैं शिक्षक हूँ,
मैं राष्ट्र निर्माता हूँ
चुनौती भरा जीवन है अपना
हर कर्तव्य निभाता हूँ !

कभी बच्चों का गुरु बन जाता हूँ,
तो कभी माता-पिता बन जाता हूँ
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई
आपस में है भाई भाई
बच्चों को यह पाठ पढ़ाता हूँ !
हाँ मैं शिक्षक हूँ !

ईमानदारी सर्वोच्च नीति है
बस यही सिखाता हूँ !
अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाता हूँ
प्रेम का लौ जलाता हूँ !

लोभ हमें भाता नहीं
झूठ से कोई नाता नहीं,
सत्य के मार्ग पे चलता हूँ
अहिंसा मन में रखता हूँ !
हाँ मैं शिक्षक हूँ
मुझे गर्व है
मैं शिक्षक हूँ।

अनुपमा अधिकारी

किशनगंज ( बिहार )

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